आदिवासियों को बेघर करने वालों पर दर्ज हो आपराधिक प्रकरण - उमेश तिवारी
गरीब को पट्टा देना था, दिया नहीं, उद्योगपति के लिए जेसीबी से घरौंदा ढहा दिया
मझौली -टोंको-रोंको-ठोंको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी ने मझौली के राजस्व अधिकारियों सहित पुलिस के द्वारा की गई दमनात्मक कार्यवाही की निंदा करते हुए कहा है कि प्रशासनिक कर्मचारियों का ऐसा कृत्य आपराधिक है अपराधिक होने के कारण दोषियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण कायम किया जाए तथा दोषियों को सेवा से पृथक किया जाए।
श्री तिवारी ने बताया कि मझौली जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत नेबूहा के दुर्जन टोला में लगभग 3 पीढ़ियों से गोंड एवं बैगा जनजाति के आदिवासी शासकीय भूमि में मकान बनाकर मौसम की मार एवं जंगली जानवरों से अपने को सुरक्षित किए थे। पीढ़ियों से आवाद आदिवासियों को राजस्व अधिकारियों द्वारा नियमानुसार बहुत पहले ही पट्टा दे देना चाहिए था लेकिन पट्टा न देकर जिम्मेदारों द्वारा अपने पदीय दायित्व का निर्वहन नहीं किया है। पीड़ित बैगा परिवार उस जनजाति से है जो राष्ट्रपति द्वारा संरक्षित जनजाति है। श्री तिवारी ने बताया कि मदमस्त कर्मचारियों द्वारा उद्योगपति को उद्योग लगाने के लिए नियम कायदे को रौंदकर प्रशासनिक दादागिरी के तहत दमनकारी कार्यवाही करते हुए गरीब आदिवासियों का मकान तो ढहा ही दिया घर में रखी सामग्री को भी नष्ट कर दिया एवं घर की औरतों और बच्चों के साथ भी अमानवीय व्यवहार किया गया है।