लापरवाह लोग सुस्त प्रशासन करोना कर्फ्यू की उड़ रही धज्जियां।
जन जागरूकता का अभाव।
। उपखंड मझौली अंतर्गत जिस तरह से संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहे हैं साथ ही लोगों की लगातार मृत्यु हो रही है फिर भी फैल रहे संक्रमण से एक ओर जहां जनता लापरवाही बरत रही है वही जनता की लापरवाही से ज्यादा प्रशासन सुस्त दिख रहा है। बता दें कि विगत 19 अप्रैल दिन सोमवार को प्रशासनिक ,जनप्रतिनिधि, वरिष्ठ नागरिक एवं व्यापारियों के बीच जनपद पंचायत मझौली के प्रज्ञा भवन में बैठक आयोजित की गई थी जिसमें क्षेत्रीय विधायक का उपस्थित होना बताया गया था किंतु इस बैठक में ना तो विधायक उपस्थित हुए ना ही जनप्रतिनिधि नेता व व्यापारी मात्र गिने चुने नेताओं के बीच विभागीय अधिकारियों की बैठक उपखंड अधिकारी मझौली आनंद सिंह राजावत की उपस्थित में संपन्न हुई जहां पर उपस्थित नेताओं एवं वरिष्ठ नागरिकों द्वारा व्यवस्था को लेकर चिंता जाहिर की गई थी जिसके लिए एसडीएम मझौली द्वारा बताया गया कि आज से कोविड-19 कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है साथ ही विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया था कि पंचायत स्तरों में इस महामारी से निपटने के लिए व्यवस्था दुरुस्त किया जाए लेकिन कई दिनों बीत जाने के बाद अभी तक कोई संतोषजनक व्यवस्था बनते नहीं दिख रही है यहां तक की कंट्रोल रूम में उपस्थित कर्मचारी को अपने नोडल का नाम तक नहीं मालूम होता साथ ही केश निरंक बताया जा रहा है ।तथा पंचायतों के साथ विद्यालयों में ताला लटक रहे हैं ग्रामीण स्तर पर लोगों में जन जागरूकता की अभी भी कमी है किसी तरह की कोई जानकारी क्षेत्र में नहीं दी जाती जिसके कारण लोग अभी भी बाजारों में आकर भीड़ में जमा हो रहे है यदि समय रहते इस व्यवस्था में सुधार नहीं किया जाता तो फैल रहे संक्रमण पर काबू पाना मुश्किल होगा। भले ही पुलिस चौराहों पर तैनात कर दी गई हो जो इस कड़कड़ाती दुपहरी में अपनी ड्यूटी निभाते हुए चलाने कार्यवाही जारी रखे हुए हैं। किंतु आने जाने वाले लोगों से प्रशासन द्वारा यह क्यो नहीं पूछा जाता कि आपके क्षेत्र में क्या फैल रहे संक्रमण की जानकारी है कि नहीं है ।मझौली ब्लाक अंतर्गत लगभग 75% लोग अभी भी इस जानकारी से अनभिज्ञ है जो किसी भी समय कहीं भी आ जा रहे हैं यदि जानकारों की माने तो ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी संक्रमण के प्रति लोग अनभिज्ञ हैं जिनमें अभियान चलाकर जन जागरूकता लाए जाने की सत्य आवश्यकता है यदि विद्यालयों में तैनात शिक्षक ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका आशा कार्यकर्ता ,एएनएम, सचिव, रोजगार सहायक, सरपंच ,पंच आदि जन जागरूकता की जवाबदारी अपने पर ले ले तो निश्चित फैल रहे संक्रमण पर काबू पाया जा सकता है जिसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों का भ्रमण अति महत्वपूर्ण होगा यदि लापरवाह कर्मचारियों पर लगाम नहीं लगाई जाती तो निश्चित ही क्षेत्र मैं संक्रमण फैलने का खतरा दिन प्रतिदिन बढ़ने की संभावना दिख रही है।