*मझौली थानांतर्गत ग्राम धुँआडोल के झोलाछाप डॉक्टर ने गरीब की हड़पी जमीन*
*बंधकनामा लिखाने के नाम पर लिखाया बयनामा अब पीड़ित दर-दर भटकने को मजबूर*
सीधी
इस समय सीधी में ठगों का गिरोह बहुत ही शातिर तरीके से सक्रिय है गांव के भोले भाले लोगों को बहला फुसलाकर शहर की ओर लाया जाता है किसी अन्य कार्य मे हस्ताक्षर बताकर फर्जी हस्ताक्षर के माध्यम से मोटी रकम हड़प ली जाती है यही हुआ है गांव धुँआडोल के निवासी रामचरित्र कुशवाहा पिता हीरा कुशवाहा के साथ मार्च महीने में रामचरित्र को चोंट आ जाने की वजह से गांव के ही झोलाछाप डॉक्टर रामसुन्दर जायसवाल पिता बैजनाथ जायसवाल के पास प्राथमिक उपचार हेतु गया जहां झोलाछाप डॉक्टर ने कहा कि चोंट ज्यादा आ गयी है और मेरे पास इसकी जांच और एक्सरे मशीन नहीं है कि प्लास्टर वगैरा कर सकूं तो आप चलिए मैं आपकी दवा सीधी में कहीं अच्छे डॉक्टर के यहां करवा दूंगा जब आरोपी डॉक्टर द्वारा ऐसा कहा गया तो रामचरित्र ने सहज भाव से स्वीकार कर लिया और विस्वाश किया के मेरे गांव का डॉक्टर है मेरे साथ आघात नहीं करेगा तब उसी झोलाछाप डॉक्टर की गाड़ी में बैठकर सीधी आया सीधी में जब आया तो हॉस्पिटल के बाहर रामचरित को गाड़ी में बैठे रहने को बोला और वहां अस्पताल के अंदर जाकर बोला कि डॉक्टर से मैं पूंछा हूँ डॉक्टर ने कहा है कि जो स्थिति आप बता रहे हो ऐसे में 70 हजार के आसपास लगेगें जब यह झोलाछाप डॉक्टर लौटकर आया और बताने लगा तो रामचरित ने कहा कि इतना पैसे मेरे पास नहीं है इसी ताक में वैठे इस डॉक्टर ने कहा कि तब आप अपनी जमीन बंधक रख दीजिए मेरे पास दवाई हम करवा दी रहे हैं फिर कलेक्ट्रेट के पास एक दुकान में गया बोला कि बंधक नामा लिखवा रहे हैं और सब कागज वगैरा रामचरित के परिचय के आदमी से मंगवाया और बोला की बंधक रजिस्टर्ड होता है इस समय ,पंजीयक के पास जब जाना तो जो वो कहेगा उसमे मात्र हां कहना इस तरह कुल 3 एकड़ में से 15 डिसमिल जमीन छोंड़कर बांकी सब हड़प लिया नामान्तर करवा लिया तब गांव के एक आदमी से बोला कि अब वह जमीन नहीं जोत सकता सब अपने नाम करवा लिया हूँ जानकारी होने पर अब रामचरित कलेक्टर एसपी के पास जमीन बचाने हेतु गुहार लगा रहा है एफआईआर का भी आवेदन किया है पुलिस अधीक्षक ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं अब आगे जांच उपरांत ही अग्रिम कार्यवाही हो सकेगी यानि ठगी चरम सीमा में है। वहीं आरोपी झोलाछाप डॉक्टर ने उल्टा अपने ठगी को छुपाने के लिए कलेक्टर को आवेदन देकर आरोप लगाना शुरू कर दिया है।