कलेक्टर रवीन्द्र कुमार चौधरी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय गौशाला क्रियान्वयन समिति की बैठक का आयोजन किया गया। कलेक्टर श्री चौधरी ने जिले की नवनिर्मित सभी 15 गौशालाओं को प्रारंभ कर उसके सुचारू संचालन के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा कि गौशाला निर्माण के साथ-साथ उसका प्रभावी संचालन किया जाना अति आवश्यक है। गौशालाओं की उपयोगिता वहां पर रखे गए पशुओं की सेवा से ही है। कलेक्टर श्री चौधरी ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत को निर्देशित किया है कि सभी 15 गौशालाओं का निरीक्षण कर उनके वर्तमान संचालन की स्थिति से अवगत करायें तथा गौशालाओं के संचालन में अक्षम समितियों की जानकारी प्रस्तुत करें। कलेक्टर श्री चौधरी ने कहा है कि उक्त कार्य में लापरवाही करने वालों की जिम्मेदारी निर्धारित कर प्रभावी अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी। कलेक्टर श्री चौधरी ने सभी गौशालाओं में अनिवार्य रूप से चारागाह विकसित करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर श्री चौधरी ने नगरीय क्षेत्रों एवं ग्रामीण क्षेत्रों मुख्यतः राजमार्गों पर अनावश्यक रूप से घूमते पशुओं को उनके नजदीकी गौशालाओं में भेजकर टैंगिंग करने के निर्देश दिए हैं। यदि पशु पालक अपने पशुओं को वापस लेना चाहते हैं तो उन पर निर्धारित जुर्माना लगया जाना सुनिश्चित करें।
जिले को 85 नवीन गौशालाओं के लक्ष्य प्राप्त हुए हैं। कलेक्टर श्री चौधरी ने ग्रामीण क्षेत्रों में पशुधन, जमीन की उपलब्धता आदि के आधार पर नवीन गौशालाओं के प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
बैठक में वनमण्डलाधिकारी एम.पी. सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राकेश कुमार शुक्ल, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा हिमांशु तिवारी, उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ. एम.पी. गौतम, एसडीओ पीएचई लवेश राठोड़ सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।