मास्क उपलब्धता को बनाए रखने आजीविका मिशन समूह की महिलाओं का प्रयास जारी । अभी तक 50,000 से ज्यादा मास्क बनाकर रची मिसाल
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:---देश में फैल रहे कोविड-19 संक्रमण रोग के बचाव हेतु क्षेत्र में मास्क की अनुपलब्धता बनी हुई थी । जिसे लेकर मध्य प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तत्वाधान में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एबी सिंह , जिला परियोजना प्रबंधक संजय चौरसिया , अनुविभागीय अधिकारी मझौली अखिलेश सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी मझौली विजय कुमार श्रीवास्तव, , प्रबंधक आजीविका मिशन मझौली चंद्रकांत सिंह के मार्गदर्शन में विकासखंड मझौली अंतर्गत समस्त 53 ग्राम पंचायतों मास्क बनाने एवं हर व्यक्ति तक पहुंचे की जिम्मेदारी आजीविका मिशन द्वारा गठित स्व सहायता समूह की महिलाओं ने बीड़ा उठाया महिलाओं ने प्राथमिक तौर पर बनाए गए मास्को को गांव स्तर पर ही लोगों को वितरित कराया तत्पश्चात पंचायत के द्वारा निशुल्क वितरण किया जाना शासन स्तर पर प्रस्तावित किया गया ।उसके पश्चात महिलाओं ने मास्क पंचायतों को उपलब्ध कराना चालू किया तथा पंचायतों के द्वारा ग्राम स्तर पर जो लोग बाहर से आए हैं या जो लोग गरीब है। खरीदने में सक्षम नहीं है उन सब लोगों को मास्क उपलब्ध कराने का बीड़ा उठाया। मातृ शक्ति ने मिलकर गांव में हर परिवार तक मास्क पहुंचाने का कार्य किया जो विकासखंड के अंतर्गत सभी गरीब परिवारों तक पहुंचाए गए। मास्क बनाने में मुख्य रूप से गीता केवट दिया डोल, ममता साकेत बंजारी, अर्चना मिश्रा मझिगवां, उमा माझी देवरी, सुषमा जयसवाल बकवा ,अमिता गुप्ता बरसेनी, शारदा केवट धनौली, प्रियंका दीवान ताला, खुशबू कोरी ताला, किरण गुप्ता पूनम गुप्ता दादर,ललिता पनिका बरसेनी, कल्पना कुशवाहा सिरौला,आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई इन मास्को को ग्राम स्तर पर एवं पंचायत स्तर पर पहुंचाने का काम सीआरपी जो आजीविका मिशन के सानिध्य में काम करते हैं राम जन्म गुप्ता, पुरुषोत्तम लक्ष्मण साकेत, सुनील सिंह राजू के द्वारा किया गया
इन मास्को का वितरण पंचायत के माध्यम से कराया गया ।इन सभी कार्यों में विकासखंड प्रबंधक चंद्रकांत सिंह,सदस्य श्री अरुण गौतम ,विनय पांडे, राजेश पटेल, सुनील यादव , स्वादीप सिंह ,का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। कुछ भी हो पर इस विषम परिस्थिति में दिन रात मेहनत कर हमारी मातृ शक्ति ने यह साबित कर दिया कि हम हर परिस्थिति में देश के साथ खड़े हैं किसी भी संकट से टकराने की क्षमता रखते हैं तथा यह भी साबित कर दिया कि मझौली जनपद क्षेत्र भी अब बड़े शहरों से पीछे नहीं है मझौली जनपद क्षेत्र की आदिवासी महिलाओं ने साबुन बनाने का कार्य भी बड़े पैमाने पर काम की है जिन्हें हर जरूरतमंदों तक पहुंचाया गया है। इस विषम परिस्थिति में जबकि क्षेत्र में मास्क की अनुपलब्धता बनी हुई थी किसी भी स्थान में मास्क उपलब्ध नहीं था उस समय यह लगातार आपने परिवार, विभागीय अमला से सहयोग प्राप्त कर काफी संख्या में मास्क तैयार की जिनके द्वारा बनाए गए मास्क क्षेत्र में ही नहीं सारे जिले में देखने को मिलते हैं आजीविका मिशन समूह के महिलाओं द्वारा किया गया यह कार्य क्षेत्र का ही नहीं जिले भर का नाम रोशन किया है जो काबिले तारीफ है। अभी तक 50,000 से ज्यादा मास्क इन महिलाओं द्वारा जनपद पंचायत के प्रत्येक ग्राम पंचायत को उपलब्ध कराया जा चुका है अभी भी मास्क बनाने का काम जारी है। सर्वाधिकार टाइम्स से चर्चा के दौरान महिलाओं ने बताया कि इस कार्य के लिए जिले जिला एवं ब्लाक के आला अधिकारियों हमारे परिवार वालों के साथ साथ मीडिया का भी काफी सहयोग मिला जिन्होंने हमारे द्वारा तैयार किए गए मास्को का प्रचार प्रसार कर संपूर्ण क्षेत्र में जानकारी पहुंचाई तथा हमारे काम में भी सहयोग किया गया हम सभी अपनी संस्था की ओर से क्षेत्र के सभी मीडिया के भाइयो को धन्यवाद के साथ आभार ब्यक्त करती हूँ और आसा करती हूँ की हमारे हर काम में इसी तरह सहयोग मिलता रहे और हम कुछ नया करते रहें।इस दौरान महिलाओं ने बताया कि हम गांव के हर कोने में बैठे गरीब व्यक्ति तक मास्क अवश्य पहुंचा देंगे हमारी अपेक्षा है कि हम मनरेगा में काम करने वाले मजदूर , अंतिम छोर पर बैठे हर व्यक्ति के साथ साथ नगर स्तर में भी पहुंचाने के लिए कार्य करेंगे। नमन है ऐसी मातृशक्ति को जो गरीबों के लिए कार्य कर रही है। और नमन है इन दिनों के कोरोना योध्याओ को जिन्होंने इस भयानक बीमारी से ना डरते हुए भी गांव- गांव इस मास्क एवं साबुन को पहुंचाने का कार्य किया है।मास्क उपलब्धता को बनाए रखने आजीविका मिशन समूह की महिलाओं का प्रयास जारी ।