शासन व जिला प्रशासन के आदेश की उड़ रही धज्जियां। कहीं जड़ा ताला तो कहीं चौकीदार के हवाले ग्राम पंचायतें।
उपखंड मझौली में लाकडाउन के समय अवधि में लोगों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो बचाव एवं राहत सामग्री का वितरण जरूरतमंदों को किया जाने का आदेश व निर्देश मध्यप्रदेश शासन व सीधी जिला प्रशासन द्वारा निरंतर जारी किया जा रहा है। किंतु मझौली उपखंड में यदि स्वास्थ्य और पुलिस विभाग को छोड़ दिया जाए तो समस्त विभागीय अधिकारी शासन व जिला ज कलेक्टर द्वारा दिए गए आदेशों निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए कागजी घोड़े दौड़ाने में लगा हुआ है। मध्य प्रदेश सरकार ग्रामीण पंचायत विभाग द्वारा विगत दिवस आदेश जारी कर पंचायत कर्मियों को 24 घंटे ग्राम पंचायत में उपस्थित रहकर ग्राम पंचायत निवासियों द्वारा सहयोग राशि व अन्य सामग्री एकत्रित कर तथा 14 वा वित्त आयोग की जारी द्वितीय किस्त की राशि से जरूरतमंदों को आवश्यक बचाव व राहत सामग्री उपलब्ध कराए जाने को आदेशित किया गया है जिससे घरों में कैद गरीब मजदूरों को लॉकडाउन के नियमों को पालन करते समय किसी तरह की समस्या ना हो और वह आसानी से अपने घर में रहकर फैल रही महामारी से बचाव कर सकें जिस के संबंध में जिला कलेक्टर द्वारा भी संबंधित जनों को इस संकट की घड़ी में जिम्मेदारी से काम करने का निर्देश दिया गया है लेकिन इन आदेशों का किसी भी स्तर में पालन होना नहीं पाया जा रहा है जब सर्वाधिकार टाइम्स के संपादक ने जायजा लिया जिसमेंमझौली जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत खड़ौरा, नेबूहा, खमचौरा, धनौली, पांड, पोड़ी का जायजा लिया गया जिसमे खड़ा खदौरा,नेबूहा,खमचौरा, के ग्राम पंचायतों में ताला लटका रहा। पांड, पोड़ी, में केवल चौकीदार ताला खोल बैठे रहे। वही विख्यात पंचायत धनौली जहां से नगर परिषद की पीसीसी सड़क को ऑनलाइन कर राशि निकाल ली गई थी। सरपंच पति सारी पंचायत का संपूर्ण जिम्मेदारी अपने हाथों में लिए हुए हैं जो हर मामले में काफी विख्यात जहां गरीबों की जमीन हड़प कर आपने ना कराने में सफल होकर उन पर दबाव बनाए हुए हैं वही कुछ दिन पूर्व अधिवक्ता देवेंद्र तिवारी की हत्या करवा कर जेल काट कर आने के बाद से गांव में निवासरत गरीबों परिवारों में दहशत बनाए हुए हैं संपूर्ण कृत्यों में निपुण सरपंच पति रामराज साहू घर के पास ग्राम पंचायत होने के कारण खुद सचिव रोजगार सहायक व अन्य कर्मचारियों की भूमिका निभा रहे हैं वह ग्राम पंचायत का ताला खोलकर घर से देखते रहते हैं जब कोई अधिकारी या मीडिया जाती है तो बता देते हैं की इधर उधर गए हैं ग्राम वासियों के अनुसार अभी तक ग्राम पंचायतों द्वारा किसी तरह की कोई बचाव व राहत सामग्री नहीं वितरित की गई है। 1 हफ्ते से कोरोना सक्रमण फैलाने के कारण देश लाकडाउन के स्थिति में घरों में घुसे गरीबों द्वारा दुख प्रकट करते हुए मीडिया को बताया गया कि हम लोगों को समय की भी जानकारी नहीं है नही है यह तक जानकारी नही है कि खेती के कार्य के लिए छूट दी गई है हम लोग पुलिस के डर से घर में घुसे हैं खाने-पीने की सामग्री लेने तक नहीं निकलते हैं। वहीं ग्राम पंचायतों में संचालित उचित मूल्य की दुकाने धनौली,नेबूहा एवं पांड का भी जायजा लिया गया। जहां पांड एंव धनौली में ताला लटका रहा तथा नेबूहा में लाकडाउन के नियमो का पालन करते हुए खाद्यान वितरण किया जा रहा था। ग्राम पंचायतों व्याप्त स्थित तथा लोगों द्वारा व्यक्त किए गए दुख समस्याओं से साफ जाहिर होता है कि लॉक डाउन के समय लॉकडाउन के नियमों को पालन कराने के लिए खंड प्रशासन की गरीबों को प्रदान कराई जाने वाली सुविधा मुहैया केवल कागजों तक ही सीमित है देखना होगा कि जिला प्रशासन क्या कुछ कारवाही जिम्मेदारों पर कर कर्तव्य और सौंपी गई जिम्मेदारी को नियमानुसार संपादित कराने में सफल हो पाता है या नहीं।
उनका है कहना
1- मुझे पंचायत खोलकर बैठने को कहा गया है सचिव पता नहीं कहां है अभी तक पंचायत में किसी तरह की कोई सहयोग निधि नहीं जमा हुई है ना हमको पता है कल 31 मार्च को कुछ मास्क वितरित किए गए
ठाकुर दीन बस चौकीदार ग्राम पंचायत पोड़ी
2- अभी तक ग्राम पंचायत में किसी तरह से कोई बचाव व सामग्री की व्यवस्था नहीं की गई है कल 2 -4 मास्क यही दिए हैं।
भैयालाल निवासी ग्राम पोड़ी
3- हम लोगों को अभी तक कृषि कार करने व आवश्यक सामग्री खरीदने की भी जानकारी नहीं है घरों में कैद है किसी तरह से कोई बचाव व राहत सामग्री नहीं दी गई है जो कुछ रुखा सुखा है उसी से जी रहे हैं।
मोहनलाल साहू निवासी खड़ौरा
4- कोटा 1 हफ्ते से बंद है का कहना है कि खाद्यान्न ही नहीं है तो क्या करें। तीन चार महीने नही खुलेगा।
सुष्मिता साहू निवासी पांड
5- तीन महीने अप्रैल, मई , जून का खाद्यान्न गिरा है जिसे वितरित किया जा रहा है अभी तक कोई अतिरिक्त खाद्यान्न नहीं दिया गया है।
राजेश सिंह विक्रेता नेबूहा
6- अभी तक ग्राम पंचायत द्वारा कोई भी बचाव व राहत सामग्री नहीं प्रदान कराई गई है।
पंचम साहू निवासी नेबूहा