कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने क्वारेंटाईन किए गए श्रमिकों से की मुलाक़ात
👉 श्रमिकों को सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराने के दिए निर्देश
👉प्रत्येक श्रमिक को साबुन और सेनेटाईज़र उपलब्ध कराएँ
👉प्रत्येक क्वारेंटाईन सेंटर को प्रतिदिन सेनेटाईज किया जाए
👉श्रमिकों का प्रतिदिन स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए
👉क्वारेंटाईन सेंटर के अंदर भी सोशल डिस्टैंसिंग के मानकों का पालन किया जाए
आदिवासी बालक छात्रावास मझौली में 33 पुरुषों को क्वारेंटीन किया गया है, जो महीदपुर उज्जैन, नागपुर एवं कटनी से आए हैं तथा मुख्य रूप से जिले के सिहावल एवं बहरी तहसील के निवासी हैं।
आदिवासी कन्या छात्रावास मझौली में 13 पुरुषों को क्वारेंटीन किया गया है, जो कटनी से आए हैं और सिंगरौली जिले के निवासी हैं।
जोबा में 26 लोगों को क्वारेंटीन किया गया हैं जिनमें 13 महिलायें और 6 बच्चे भी सम्मिलित हैं। ये लोग मुख्य रूप से बनारस और उचेहरा सतना के निवासी हैं तथा यहाँ जंगलों में पत्ते तोड़कर दोना पत्तल बनाने का कार्य करते है। लाक डाउन के कारण ये अपने जिलो में नहीं जा पाए इसको देखते हुए इन्हें जोबा रेलवे स्टेशन से क्वारेंटीन किया गया है।
कलेक्टर श्री चौधरी ने इन सभी के भोजन, ठहरने एवं स्वास्थ्य की सुचारू व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं।