जनता कर्फ्यू का दिखाया असर। मझौली क्षेत्र में छाया रहा सन्नाटा
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--प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना जैसे घातक संक्रमण रोग के रोकथाम के लिए 22 मार्च को देश मैं जनता कर्फ्यू के माध्यम से देशवासियों से आग्रह किया गया था कि 22 मार्च को सुबह 7:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक कोई भी अपने घर से बाहर ना जाएं जिसका असर मझौली क्षेत्र में देखने को मिला हमारे जागरण संवाददाता द्वारा मझौली क्षेत्र के कई स्थानों का जायजा लिया गया जहां पर पाया गया कि सभी लोग अपनी दुकानो या अपने घर में किवार बंद कर आपने आपको कैद कर रखे हैं इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस घातक संक्रामक रोग से लोग कितने दहशत में हैं वही मझौली क्षेत्र के शासकीय कार्यालय यदि स्वास्थ्य और पुलिस विभाग को छोड़ दिया जाए तो सभी में ताला लटका रहा यहां तक के उपखंड कार्यालय भी इस हालात में बंद रहा।
प्रशासन नहीं दिखा रहा सक्रियता। आवश्यक सामाग्री अनुपलब्ध----- एक ओर जहां भारत सरकार इस घातक रोग की रोकथाम के लिए जनता कर्फ्यू जैसे स्थितियां अपना रहा है वहीं यदि मझौली खंड प्रशासन को देखा जाए तो पूरी तरह इस हालात में भी निष्क्रिय दिख रहा हैं ।बता दें कि विगत कई दिनों से इस रोग के कारण लोगों के बीच दहशत का माहौल बना है किंतु अभी तक प्रशासन द्वारा आवश्यक वस्तु या लिक्विड का प्रबंध नहीं किया जा सका यहां तक कि आवश्यक वस्तु एवं लिक्विड बाजार में भी अनुपलब्ध है जिसके लिए लोग भटक रहे हैं यहां तक कि मास्क एव सेनेटाइजर जैसी आवश्यक वस्तुओं व लिक्विडो की व्यवस्था नहीं की गई है ।इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रशासन इस घातक संक्रामक रोग से बचाव के लिए कितना सक्रिय है