*मड़वास देसी मदिरा की दुकान में खुलेआम क्षेत्र में पहुंचाई जा रही है खेप*
मामला मड़वास का है- जहां सीधी जिले के मझौली ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत मड़वास देसी मदिरा की दुकान में अवैध तरीके से गांव पंचायत के हर कस्बों पर खुलेआम ढोई जा रही है देसी शराब एवं अंग्रेजी शराब की खेप शासन-प्रशासन मौन जहां एक ओर देखा जाए तो शासन के द्वारा ही परमिशन दिया जाता हैं लेकिन ऐसा परमिशन नहीं की ठेकेदार जहां चाहे वही जाकर दुकान खोल कर बैठ जाए और हर गोमती वालों को खेप पहुंचा कर माल भिचवाए शासन के नियमानुसार जिस क्षेत्र के लिए ठेका मिलता है उसी जगह दुकान रखकर संचालित कर सकते हैं कहीं दूसरी जगह माल ले जाकर बेचना या बिचवा ना दोनों तरह से जुर्म है लेकिन दारु भट्टी ठेकेदार के द्वारा अपनी मनमानी तरीके से शराब की तस्करी करवा रहे हैं देसी शराब के साथ साथ अंग्रेजी शराब का भी साथ में विक रही है एक तरह से तो मड़वास दारु भट्टी जहां पर संचालित है वह तो अवैध तरीके से होना ही नहीं चाहिए लेकिन शासन-प्रशासन के मौन रहते बीच मार्केट में संचालित है दारू भट्टी देसी दुकान जहां पर 50 मीटर के अंदर हांयर सेकेंडरी स्कूल मंदिर मस्जिद यह सब 50 मीटर के अंदर में इसके बावजूद दारु भट्टी के पास से निकलने वाले छात्र छात्राओं को काफी प्रताड़ना सहना पड़ता है शराबियों द्वारा स्कूल जाते हुए छात्राओं को अश्लील शब्दों का उपयोग करते हैं और वहीं पर देसी मदिरा की दुकान होने के कारण युवा भी नशे का आदी हो रहा है जहां पर देखा जाए तो मड़वास से लेकर टिकरी तक नशे का बोलबाला है वह भी भारी मात्रा में लेकिन प्रशासन द्वारा ठेकेदार के ऊपर कोई कार्रवाई आखिर क्यों नहीं कर रहा है यह भी सोचने वाली बात कई बार समाचार पत्रों के माध्यम से शासन-प्रशासन का ध्यान आकर्षित करवाया गया लेकिन प्रशासन की आंखों में लगता है पर्दा पड़ा हुआ है कम से कम आज के युवाओं के लिए अपने क्षेत्र में हो रहे नशे के आदी चाहे कोरेक्स हो चाहे टेबलेट हो चाहे दारू हो भारी भरकम मात्रा में मड़वास अंचल क्षेत्र में हर गोमतीयों में यहां तक कि लोगों द्वारा अंग्रेजी शराब देसी दारू खुलेआम रखकर अपनी गोमती ओं में बेच रहे हैं जैसे मड़वास नदहा अकला महखोर जोगी पहाड़ी भदौरा कमचढ टिकरी और काफी जगहों पर खुलेआम नशीली पदार्थों का खेप के माध्यम से देसी दारु की दुकान से व्यापार करवाया जा रहा और खेप पहुंचाया जा रहा है शासन प्रशासन मौन
मडवास से अमित मिश्रा की रिपोर्ट